देवरिया: देवरिया में उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल द्वारा पूरे प्रदेश में ई-वे बिल एवं जीएसटी में आ रही कठिनाइयों से नाराज होकर व्यापारियों नें युवा व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष तेज प्रकाश जायसवाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष तेज प्रकाश जायसवाल नें बताया कि जब से जीएसटी लागू हुआ है व्यापारी अनेक समस्याओं से पीड़ित है। जीएसटी विभाग के द्वारा नये-नये तौर, तरीकों से व्यापारियों का उत्पीड़न और शोषण किया जा रहा है जिससे व्यापारी काफी दुःखी हैं।
उन्होने बताया कि जीएसटी पोर्टल 7 महीने में भी सुचारु रुप से काम नहीं कर रहा है, जुलाई 2017 माह के जीएसटी आर 2 तथा जीएसटी आर 3 रिटर्न आज तक जमा नहीं हो पाये हैं वहीं जीएसटी आर 3 बी का भार व्यापारियों पर अनावश्यक डाला गया है। उन्होने बताया कि जीएसटी में एक रिटर्न मासिक या त्रैमासिक भरने की अनिवार्यता रखी जाए, जिससे जीएसटी पोर्टल सुचारु रुप से कार्य कर सकेगा। जिससे सरकार को मिलने वाले राजस्व में इजाफा भी होगा।
उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में जीएसटी विभाग का सचल दल और एस आई बी विभाग भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं, व्यापार मंडल की अनुमति के बगैर किसी भी जिले में किसी प्रतिष्ठान की जांच न की जाए। एक देश, एक टैक्स, एक बाजार के नारे को सार्थक करने के लिए अनावश्यक इ-वे बिल जैसी व्यवस्था को समाप्त किया जाए। जीएसटी में टैक्स की दर केवल दो या अधिकतम 3 रखी जाए टैक्स की दर अन्य देशों की भांति 18 प्रतिशत से अधिक कदापि ना रखी जाए।
इस दौरान ज्ञापन देने में वेद प्रकाश जायसवाल, अजीत जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, एस. एन. मिश्रा, जमालुद्दीन अहमद, शहजाद अली, इमरान खान, जन्नत खान, अब्बास अंसारी, गौरव जायसवाल, राजवंशी राजभर, अतिउल्लाह, मिराज, रोहित कुमार, बलिंदर दुबे, ऋषिकेश दुबे, संदीप उर्फ विंध्याचल, गौरव जायसवाल, जितेंद्र कुमार, पंकज सिंह, सरफराज अली, महेश यादव, रामप्रताप सिंह, लक्की, जय सिंह मौर्य , गफ्फार खान, राजेश, विजय जायसवाल, गिरीश जायसवाल, प्रमोद मिश्र, शिव कुमार यादव आदि रहे।